Greater Noida West: ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित निराला एस्पायर सोसायटी में एक बच्चा लिफ्ट में फंस जाता है. तकरीबन 15 मिनट की मशक्कत के बाद उसको लिफ्ट से बाहर निकाला जाता है. इस हादसे की वजह से विवान (8 साल) काफी डरा हुआ है. उसके परिवार वालों ने इसके लिए सोसायटी प्रबंधन पर कई सवाल उठाए हैं.
विवान की मां अमृता ने कहा कि मेरा बच्चा काफी डर गया था. हालांकि वह काफी ज्यादा बहादुर है, जिसकी वजह से उसने खुद की मदद के लिए आवाज लगाई. ऐसा किसी के लिए साथ नहीं होना चाहिए. हम सोसायटी में रहने के लिए मेंटेनेंस के नाम पर इतने ज्यादा पैसे किस लिए देते हैं, जब हमारा बच्चा ही सुरक्षित नहीं है.
सीसीटीवी फुटेज में क्या दिखा?
अमृता ने कहा कि लिफ्ट में पहले भी कई लोग फंस चुके हैं. इसके बाद भी मुझसे ही कह दिया गया कि मेरा बच्चा ही इसके लिए जिम्मेदार है. मुझे बताया गया साइकिल अंदर फंस गई थी लेकिन सीसीटीवी फुटेज में ऐसा कुछ नहीं दिखा. इसकी जिम्मेदारी कोई नहीं लेना चाह रहा है. मेरे बच्चे को कुछ हो जाता तो उसका जिम्मेदार कौन होता?
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बच्चे के पिता प्रियांशु दास ने बताया कि उन्होंने 8 साल के बेटे विवान को लिफ्ट से बाहर निकाला. उनका कहना है हमने काफी मुश्किल से अपने बेटे को बाहर निकाला है. पहले सिक्योरिटी गार्ड को फोन किया गया और फिर मेंटेनेंस को भी कॉल किया लेकिन इसमें 15 मिनट लग गए. उन्होंने बताया कि हम 30 हजार रुपये मेंटेनेंस के लिए देते हैं.
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— ABP News (@ABPNews) December 3, 2022
‘कोई देखने वाला नहीं है’
विवान के पिता प्रियांशु दास ने बताया कि सोसायटी में कोई सेक्रेटरी नहीं है, सीसीटीवी रूम में जाने पर पता चला कि वहां काम कर रहा शख्स कह रहा कि वो बाथरूम गया था. इस सोसायटी में 1600 फ्लैट है. उसकी निगरानी करने के लिए सिर्फ एक शख्स है. उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि ऐसे कुछ नियम बने जिसमें बच्चों को बताए जाए कि लिफ्ट का इस्तेमाल कैसे करना है.
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